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स्त्री *********** विश्वास किसी और पर! मार किसी और की, सहती रहती है सदैव स्त्री. किसी उम्मीद पर, जीती रहती है स्त्री. होंठों पर होती हैं दुआएं, पर साथ ही रहतीं हैं ...